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सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 30% वैकल्पिक सवाल घटाए गए – CBSE New Exam Pattern 2022

CBSE आगामी बोर्ड परीक्षाओं में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रभाव भी दिखेगा। इसी के आधार पर तैयारी कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।  बोर्ड की ओर से सत्र 2021-22 की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र का प्रारूप केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (CBSE) ने सत्र 2022-23 की बोर्ड परीक्षाओं का पैटर्न जारी कर दिया है। पैटर्न से साफ हो गया है कि बोर्ड परीक्षाओं में वही छात्र आगे रहेंगे जो रटने की बजाय समझकर पढ़ाई करेंगे। इस बार वैकल्पिक सवालों को 50प्रतिशत से घटाकर 20 फीसदी कर दिया गया है। कुल 30% वैकल्पिक सवाल पैटर्न में कम किए गए हैं। 
विशेषज्ञों की मानें तो बीते दो वर्षों में कोरोना की वजह से सीबीएसई के प्रश्न पत्र बोर्ड परीक्षा में काफी सरल रहे। अब हालात सामान्य होने पर बोर्ड ने एक बार फिर पुराने रुख पर लौटते हुए छात्रों के सामने केस स्टडी, क्षमता जांच आधारित प्रश्न को समाहित करने का फैसला लिया है। केस स्टडी पर आधारित सवाल छात्र की क्षमता का सही आकलन करेंगे। इसके लिए छात्रों को अच्छी तैयारी के साथ बोर्ड परीक्षा में जाना होगा। वर्ष 2021-22 में बोर्ड की परीक्षाएं दो भागों टर्म एक और टर्म दो में बांट कर करायी गई। जिसे सत्र 2022-23 से खत्म कर दिया गया है। अब एक ही परीक्षा में छात्रों का मूल्यांकन किया जाना है। आगामी बोर्ड परीक्षाओं में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रभाव भी दिखेगा। इसी के आधार पर तैयारी कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। CBSE Exam New Pattern 2022

छात्राओं की समझ बताते हैं केस स्टडी पर आधारित सवाल
 बोर्ड की ओर से सत्र 2021-22 की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र का प्रारूप आ गया है। सभी प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया गया है इसी प्रारूप के आधार पर छात्र-छात्राओं की तैयारी कराएं। ताकि समय से छात्र परीक्षा के लिए खुद को तैयार कर सकें। छात्रों की समझ को देखने के लिए केस स्टडी सवाल अहम भूमिका अदा करते हैं। क्योंकि केस स्टडी पर आधारित सवालों को रटने से हल नहीं किया जा सकता है। जावेद आलम खान-सिटी कोआर्डिनेटर,  सीबीएसई
  CBSE Exam New Pattern 2022

ऐसा रहेगा छात्रों के लिए प्रश्न पत्र 
सत्र 2022-23 में कक्षा नौ से 12 की परीक्षाओं में छात्रों का मूल्यांकन छात्र की समझ, योग्यता आधारित शिक्षा पर के्द्रिरत होगा। नए सत्र की परीक्षाओं में योग्यता आधारित सवालों की संख्या दस फीसदी तक बढ़ाई जाएगी। बोर्ड ने इस सम्बंध में सभी प्रधानाचार्यों के लिए सर्कुलर जारी कर दिया है।  2021-22 की परीक्षाओं में 50 फीसदी वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए थे। जिन्हें घटाकर आगामी परीक्षाओं में 20 फीसदी कर दिया गया है। कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही कक्षा नौ और 11 की वार्षिक परीक्षाएं भी इसी प्रश्न पत्र प्रारूप पर होंगी। आन्तरिक मूल्यांकन में कोई बदलाव नहीं किया गया है।  

-किस भाग के कितने प्रतिशत सवाल
-कक्षा 9 वीं और 11 वीं 
 योग्यता आधारित प्रश्न- 40 फीसदी
वैकल्पिक प्रश्न- 20 फीसदी
लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- 40 फीसदी

-कक्षा 10 वीं और 12 वीं
 योग्यता आधारित प्रश्न- 30 फीसदी
वैकल्पिक प्रश्न- 20 फीसदी
लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- 50 फीसदी 
 

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